एंटीवायरस बनाने वाले मैकेफी ने स्पेन की जेल में लगाई फांसी, टैक्स चोरी और धोखाधड़ी के लगे थे आरोप
अमेरिकी टेक बिजनेसमैन जॉन मैकेफी (John McAfee) का 23 जून की रात स्पेन में निधन हो गया.
75 वर्षीय मैकेफी एंटी-वायरस सॉफ़्टवेयर के क्षेत्र में जाने माने शख्स थे. उनपर टेनेसी में टैक्स चोरी के आरोप थे. न्यूयॉर्क में उनपर एक क्रिप्टोकरेंसी धोखाधड़ी के मामले में भी आरोप लगाए गए थे.
अमेरिकी प्रौद्योगिकी उद्यमी और एंटीवायरस के गुरु कहे जाने वाले जॉन मैकेफी ने बुधवार को अपनी प्रिजन सेल( जेल की कोठरी) में फांसी लगा ली. उनके वकील जेवियर विलाब्ला ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि जेल में नौ महीने रहने की वजह से जॉन 'निराश' हो गए थे ब्रिटेन में जन्में जॉन मैकेफी को हाल ही में स्पेनिश हाई कोर्ट ने टैक्स चोरी के आरोप में अमेरिका प्रत्यर्पित करने का आदेश दिया था. जिसके बाद उन्होंने यह कदम उठाया. हालांकि उनके पास उनपर लगे आऱोपों के खिलाफ अपील करने का विकल्प था लेकिन वह जेल में ज्यादा दिन रह नहीं पाए. जेल प्रशासन उनकी मौत के कारणों का पता लगा रहा है. मैकेफी 1987 में दुनिया का पहला कमर्शियल एंटीवायरस लॉन्च करने से पहले नासा, जिरॉक्स, लॉकहीड मार्टिन जैसी संस्थाओं के साथ काम कर चुके हैं. उन्होंने अपनी सॉफ्टवेयर कंपनी इंटेल को साल 2011 में बेच दी थी और अब वह इस व्यापार से जुड़े हुए नहीं थे. हालांकि सॉफ्टवेयर के साथ अब भी उनका नाम जुड़ा हुआ है और दुनियाभर में इसके 500 मिलियन यूजर्स हैं. अपने विलक्षण व्यवहार और वीडियो के लिए जाने जाने वाले, 75 वर्षीय मैकेफी एंटी-वायरस सॉफ़्टवेयर के क्षेत्र में जाने माने शख्स थे. उनपर टेनेसी में टैक्स चोरी के आरोप थे. न्यूयॉर्क में उनपर एक क्रिप्टोकरेंसी धोखाधड़ी के मामले में भी आरोप लगाए गए थे. जॉन मैकेफी को बार्सिलोना एयरपोर्ट से अक्तूबर 2020 को गिरफ्तार किया गया था. जॉन मैकेफी की गिरफ्तारी उस समय हुई जब वे ब्रिटिश पासपोर्ट के साथ बार्सिलोना एयरपोर्ट से इस्तांबुल जाने के लिए फ्लाइट ले रहे थे.