ब्रजरानी गौ शाला में निरन्तर गायों के स्वास्थय की जांच और सोने के लिए गद्दों की व्यवस्था है...शशि शेखऱ सिंह
पूर्वी दिल्ली। हमारा भारत देश अपने धर्म, संस्कृति के लिए विश्व प्रसिद्ध माना जाता है। हमारे यहां सभी धर्मों को मानने वाले लोग रहते हैं और सभी धर्मों में एक दूसरे का सहयोग करने वाले भी लोग हमारे देश में रहते हैं। सभी मिलजुल कर एक दूसरे के त्योहारों को मनाते हैं, वही सभी मिलजुल कर एक दूसरे के धर्मों के होने वाले धार्मिक कार्यक्रमों में भी अपना अहम सहयोग करते हैं। इसलिए भारतीय संस्कृति विश्व प्रसिद्ध संस्कृति मानी जाती है। हिंदू धर्म में सबसे बड़ा आस्था और धर्म का प्रतीक गौ माता को माना जाता है। गौ माता की पूजा सेवा हिंदू धर्म में सबसे बड़ी सेवा मानी जाती है। इस सोच और उद्देश्य को साकारल करते हुए गढीं मेंढूं गांव में ब्रजरानी गौशाला में करीब 50 साल गायों की सेवा की जाती है।
इस गौशाला का संचालन शशि शेखर सिंह व उनके बड़े भाई शैलेंद्र सिंह बखूबी से कर रहे हैं। शशि शेखर सिंह ने बताया कि ब्रजरानी गौशाला में गायों की सेवा गौ माता के रुप में की जाती है। बेजुबान जानवर हैं अपनी परेशानी बता भी नहीं सकते इसलिए गायों को कोई परेशानी ना हो इसके लिए समय-समय पर डॉक्टर्स की टीम गायों के स्वास्थ्य की जांच करती रहती हैं। प्रतिदिन साफ सफाई का विशेष ध्यान ऱखा जाता है। शैलेंद्र सिंह ने बताया कि जरूरत है हिंदुत्व को जगाने की ओर हमारी गौ माता की सेवा के लिए लोगों को जागरूक करने की। उन्होंने कहा कि गौशाला में गायों की सेवा में इतना खर्च होता है कि उनके दूध से उनका खर्च वहन नहीं किया जा सकता। उनकी कोशिश रहती है कि जो भी सहयोगी हैं वह समय से गौशाला में अपना सहयोग पहुंचाते रहे तो इस गौशाला को वे और भी बेहतर बनाने का प्रयास करेंगे। फिलहाल इस गौशाला में गायों के लिए खाने-पीने के साथ-साथ उनके सोने के लिए गद्दों की व्यवस्था है।
गायों के शरीर पर कहीं चोट ना लग जाए इस लिए यहां गाय गद्दों पर रहती हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व पार्षद यमुना विहार टीसी शर्मा की धर्मपत्नी ब्रज रानी शर्मा के नाम पर चल रही इस गौशाला में हमारा प्रयास रहता है कि इसके अंदर ज्यादा से ज्यादा गायों की सेवा की जाए और इस गौशाला को यमुनापार की सबसे बड़ी और बेहतर गौशाला का रूप दिया जाए। उनके मुताबिक अभी गौशाला की दीवारों की मरम्मत और उनकी सास सज्जा के लिए सहयोग की जरूरत है। इसके लिए वे प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने लोगों से आग्रह भी किया है कि जिनके अंदर गौ सेवा की भावना है और वे गौ माता के लिए कुछ करने की सोच रहे है तो वे बेहिचक होकर इस गौशाला में आकर गौ सेवा के लिए सहयोग दे सकते हैं।