विश्वास नगर में ओमप्रकाश शर्मा को मिलेगी कांटे की टक्कर

यमुनापार के 16 विधानसभा क्षेत्रों में से सिर्फ 2 सीटों पर भाजपा के विधायक काबिज हैं। इसमें से एक सीट विश्वास नगर है। जहां से भाजपा ने तो ओपी शर्मा को ही चुनाव मैदान में उतारा है लेकिन इस बार आम आदमी पार्टी के साथ कांग्रेस ने भी अपना प्रत्याशी बदल दिया है। दोनों पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। आम आदमी पार्टी ने इस बार युवा प्रत्याशी दीपक सिंघल को चुनाव मैदान में उतारा है। वह पिछले कुछ माह से इलाके में काफी सक्रिय हैं। उन्हें युवाओं का समर्थन भी मिल रहा है। सिंघल स्वीट्स के नाम से उनकी मिठाई व रेस्टोरेंट की चेन है। उनके पिता के पुराने व्यवसायी हैं। जिससे उन्हें आम आदमी पार्टी के वोट तो मिलेंगे ही साथ ही वैश्य समुदाय का भी वोट मिलेगा। वह पहली बार कोई चुनाव लड़ रहे हैं। दीपक सिंघल कहते हैं कि वह मजबूती से चुनाव लड़ रहे हैं और उनके जीत सुनिश्चित है। उन्हें समाज के सभी वर्गों का साथ मिल रहा है। युवा टीम तो उनके साथ ही है। वह कहते हैं कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के लोगों को जिस  तरीके से हर तरह की सुविधाएं दी है और जिस तरीके से समस्याओं का निराकरण किया है उससे हर दिल्लीवासी चाहता है कि वह फिर से मुख्यमंत्री बने। इसलिए विश्वास नगर के मतदाता इस बार आप उम्मीदवार को ही जीत दिलाएंगे। सिंगला को टिकट मिलना पहले से तय माना जा रहा था, इसी वजह से वह टिकट की घोषणा से पहले ही चुनाव प्रचार में जुट गए थे।


   


इस विधानसभा सीट से लगातार चुनाव लड़ रहे कांग्रेस के पूर्व विधायक नसीब सिंह ने अपने साथी गुरुचरण सिंह राजू को मौका दिया है। राजू इस विधानसभा क्षेत्र के वार्ड प्रति विहार से निगम पार्षद रह चुके हैं। गत निगम चुनाव में उनकी पत्नी कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ी थी। लेकिन हार गई थी। वर्तमान में गुरुचरण सिंह राजू कृष्णा नगर जिला कांग्रेस के अध्यक्ष हैं। उन्हें नसीब सिंह का भी भरपूर साथ मिल रहा है। जिससे वह भी मुकाबले में हैं। ये दोनों प्रत्याशी भले ही नए हो लेकिन राजू और दीपक सिंघल लगातार इलाके में सक्रिय हैं। आप के पिछले प्रत्याशी के मुकाबले दीपक सिंघल को मजबूत माना जा रहा है। राजू के पक्ष में यह बात है कि इलाके के पूर्व विधायक और पूरे संगठन का उसको साथ मिल रहा है। यही वजह है कि इस बार यहां के विधायक ओम प्रकाश शर्मा के लिए बड़ी चुनौती है। हालांकि उन्होंने भी अपना प्रचार अभियान तेज कर दिया है। वह इस सीट से 2 बार चुनाव जीत चुके हैं। दोनों ही बार यह कहा गया कि कांग्रेस प्रत्याशी के काफी मजबूत होने और आम आदमी पार्टी को भी काफी  वोट मिलने की वजह से शर्मा की जीत हुई। अब इस बार क्या नतीजे आते हैं यहां तो चुनाव के बाद ही पता चलेगा।


 


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